डोनाल्ड ट्रंप की मदद से, इस्राइल और यूएई के बीच हुआ ऐतिहासिक शांति समझौता
इस समझौते की घोषणा के साथ ही यूएई पहला खाड़ी का अरब देश बन गया है कि जिसने इजराइल के साथ समझौता किया है.

- इजरायल और यूएई में हुआ ऐतिहासि शांति समझौता, नेतन्याहू ने छोड़ा वेस्ट बैंक पर कब्जे का इरादा
- मिडिल ईस्ट में इजरायल की उपस्थिति होगी मजबूत, सऊदी से भी संबंध सुधार रहे नेतन्याहू
- इस समझौते में अमेरिका राष्ट्रपति ट्रंप ने निभाई विशेष भूमिका, दोनों पक्षों में की मध्यस्थता
वाशिंगटन, रायटर। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता से गुरुवार को इजरायल और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के बीच एक ऐतिहासिक समझौता हुआ है। इससे दोनों देशों के बीच संबंध सामान्य होने की राह निकलेगी। इस समझौते के तहत इजरायल वेस्ट बैंक के इलाकों में फिलहाल अपनी गतिविधियां रोकने पर सहमत हुआ है। वेस्ट बैंक फलस्तीन का पूर्वी भाग है, जिस पर इजरायल ने 1967 में कब्जा कर लिया था। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ट्वीट कर इसे ऐतिहासिक दिन करार दिया। अबूधाबी के क्राउन प्रिंस शेख मुहम्मद बिन जाएद ने भी ट्विटर पर समझौते की जानकारी दी।
ट्रंप ने समझौते में निभाई अहम भूमिका
बताया गया कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और अबुधाबी के क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायद के बीच गुरुवार को फोन पर हुई चर्चा के बाद इस समझौते की मंजूरी दी गई है।
HUGE breakthrough today! Historic Peace Agreement between our two GREAT friends, Israel and the United Arab Emirates!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) August 13, 2020
ट्रंप ने ओवल आफिस से कहा, ‘‘49 वर्षों बाद इजराइल और संयुक्त अरब अमीरात अपने राजनयिक संबंध सामान्य बनाएंगे.’’ ट्रंप ने आगे कहा, ‘‘वे अपने दूतावासों और राजदूतों का आदान प्रदान करेंगे और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग शुरू करेंगे जिनमें पर्यटन, शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल, व्यापार और सुरक्षा शामिल हैं.’’
उन्होंने कहा, ‘‘अब जब शुरूआत हो गई है, मैं उम्मीद करता हूं कि और अरब एवं मुस्लिम देश संयुक्त अरब अमीरात का अनुसरण करेंगे.’’