कर्मचारियों को मिलने वाला जीपीएफ(GPF) का मतलब क्या होता है और कब और कितना मिलता है
कर्मचारियों को मिलने वाला जीपीएफ का पैसा कितना मिलता है

GPF ब्याज दर की समीक्षा कितने महीनों में की जाती है ?उल्लेखनीय है कि राज्य में जीपीएफ पर मिलने वाले ब्याज दर की समीक्षा हर 3 महीने की जाती है. क्योंकि कोरोना वायरस कारण इससे पहले भी राज्य एवं केंद्र सरकार ब्याज दरों में कटौती कर चुकी है. इस बार भी कटौती करने का खतरा मंडरा रहा था. लेकिन राज्य सरकार ने कर्मचारियों के हित में फिलहाल ब्याज दरें स्थिर रखने का निर्णय लिया है l
जीपीएफ के पैसे का भुगतान कब किया जाता है ?
GPF के पैसे का भुगतान रिटायरमेंट के बाद किया जाता है जीपीएफ अकाउंट में सरकारी कर्मचारी को इंस्टॉलमेंट में एक निश्चित वक्त तक योगदान देना होता है. अकाउंट होल्डर जीपीएफ खोलते वक्त नॉमिनी भी बना सकता है. अकाउंट होल्डर को रिटायरमेंट के बाद इसमें जमा पैसों का भुगतान किया जाता है. वहीं अगर अकाउंट होल्डर को कुछ हो जाए तो नॉमिनी को भुगतान किया जाता है. कोरोना के कारण लगे लॉकडाउन से राज्य सरकार की अर्थव्यवस्था जबर्दस्त को झटका लगा है. लॉकडाउन के चलते अप्रैल में सरकार की आय में करीब 70 फीसदी की गिरावट आ गई थी. सबसे बड़ा झटका स्टेट जीएसटी से लगा हैl