सहारा ईवोल्स इलेक्ट्रिक स्कूटर Classic, सिंगल चार्ज मे चलेगा 75 किलोमीटर
20 पैसे प्रति किलोमीटर होगा खर्च

सहारा ईवोल्स इलेक्ट्रिक स्कूटर Classic, सिंगल चार्ज मे चलेगा 75 किलोमीटर
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सहारा इंडिया परिवार ने रखा इलेक्ट्रिक वाहन सैक्टर मे कदम
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सहारा प्रमुख ने दिया संदेश स्वच्छ वातावरण और स्वस्थ दुनिया
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सहारा ईवोल्स इलेक्ट्रिक स्कूटर
वित्तीय सेवाएं देने वाली कम्पनी ”सहारा इंडिया” ने इलेक्ट्रिक वाहन के क्षेत्र में कदम रखा है . समूह ने ‘Sahara Evols’ ब्रांड के तहत इलेक्ट्रिक वाहनों की मॉडर्न सिरीज पेश की है. इनमें इलेक्ट्रिक स्कूटर, मोटरसाइकिलें, तिपहिया वाहन और मालवाहक वाहन शामिल हैं. इसके साथ ही कम्पनी बैटरी चार्जिंग एवं स्वैपिंग स्टेशन का नेटवर्क भी मुहैया करायेगी. सहारा इण्डिया प्रमुख सुब्रत रॉय ने इस मौके पर कहा कि इलेक्ट्रिक वाहन पर्यावरण के अनुकूल होने के साथ-साथ हमारी भावी पीढ़ियों के फायदे के लिए हैं. पेट्रोल, डीजल के पुराने वाहनों से निकलने वाला धुआं वायु प्रदूषण का आज प्रमुख कारण है. उन्होंने आगे कहा कि वैश्विक स्तर पर स्वच्छ और स्वस्थ दुनिया की ओर वापस जाने के उपाय खोजे जा रहे हैं और इस दिशा में ‘सहारा इवॉल्स’ हमारा योगदान है.’

इलेक्ट्रिक वाहन आज के समय की सबसे बड़ी जरूरत है कम्पनी ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट भी लांच कर दी हैं । जिस पर इलेक्ट्रिक वाहन के बारे मे बताया है जिसमे प्रोटोन , क्लासिक ,वीरा,JMT आदि वाहनों के श्रंखला के बारे में विस्तृत रूप से बताया गया है।
जर्मन तकनीक द्वारा डिजाइन और विकसित Sahara Evols
सहारा इंडिया के प्रमुख सुब्रत राय ने बताया कि ‘सहारा इवाल्स’ वाहन जर्मन इंजीनियरिंग द्वारा डिज़ाइन और विकसित किये गये हैं. सामान्य वाहनों की तुलना में इवाल्स इलेक्ट्रिक वाहन तकनीक, डिज़ाइन और पिक-अप के मामले में कहीं आगे हैं औ उनके रखरखाव का खर्च भी पांच गुना तक कम है. इसकी बैटरी भी तेज़ी से चार्ज होती हैं. एक बार पूरी तरह चार्ज होने पर ये वाहन अपनी श्रेणी के आधार पर 55 से 150 किलोमीटर तक की दूरी तय करते हैं. पेट्रोल गाड़ियों से तुलना करें तो पेट्रोल से चलने वाली गाड़ियों से चलने पर 2 रुपये प्रति किमी का खर्च आएगा लेकिन सहारा इवाल्स पर यह खर्च महज 20 पैसे है.

समस्त देश में इलेक्ट्रिक स्कूटर विक्रय करेगा सहारा इंडिया परिवार
पहले चरण में लखनऊ में शुरुआत करते हुए ‘सहारा इवाल्स’ ने देश के द्वितीय और तृतीय श्रेणी के शहरों में अपना इको सिस्टम इस वित्तीय वर्ष के अंत तक स्थापित करने का लक्ष्य रखा है. इस वित्तीय वर्ष में पूरे देश में ‘सहारा इवाल्स’ के विस्तार का लक्ष्य रखा गया है.