खिलौना निर्माण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंत्रियों व अधिकारियों के साथ बैठक की

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत में खिलौना निर्माण को बढ़ावा देने के तरीकों पर चर्चा के लिए बुलाई बैठक। कहा बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए खिलौने हैं ज़रूरी। सभी आंगनवाड़ी केंद्रों और स्कूलों में खिलौनों को शैक्षणिक उपकरणों के रूप में इस्तेमाल करने पर दिया ज़ोर।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत को अपनी संस्कृति और लोक कथाओं से प्रेरित गेमों को विकसित करके डिजिटल गेमिंग के क्षेत्र में अपनी विशाल क्षमता का दोहन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि वैश्विक मानकों के अनुरूप उत्पादन के अलावा हमारा ध्यान तकनीक के इस्तेमाल और इनोवेशन पर होना चाहिए।
देश में खिलौनों के उत्पादन को बढ़ावा देने के तरीकों पर विचार के लिए बुलाई गई एक बैठक में मोदी ने कहा कि खिलौने ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की भावना को बढ़ावा देना का बढि़या माध्यम हो सकते हैं। बैठक के बाद प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि हमारा ध्यान इस क्षेत्र की मदद करने और ऐसे खिलौनों के विकास पर होना चाहिए जो शारीरिक तंदरुस्ती और समग्र व्यक्तित्व विकास सुनिश्चित करें।
मोदी के हवाले से जारी एक बयान में कहा गया कि भारतीय संस्कृति और लोकाचार से जुड़े खिलौनों का सभी आंगनवाड़ी केंद्रों और स्कूलों में बच्चों के सर्वागीण विकास के लिए शैक्षणिक साधनों के रूप में उपयोग किया जाना चाहिए। उन्होंने खिलौनों की तकनीक और डिजायन में इनोवेशन के लिए हैकेथॉन के आयोजन की जरूरत पर भी बल दिया।
भारत में खिलौनों के निर्माण और इस क्षेत्र की वैश्विक छवि को बढ़ावा देने के तरीकों पर चर्चा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल वरिष्ठ मंत्रियों और अधिकारियों के साथ बैठक की।
पीएम ने कहा कि भारत कई खिलौना समूहों और हजारों कारीगरों का घर है, जो स्वदेशी खिलौने का निर्माण करते हैं, जो न केवल सांस्कृतिक जुड़ाव रखते हैं, बल्कि कम उम्र में बच्चों के बीच जीवन-कौशल और मनोकौशल का निर्माण करने में भी मदद करते हैं।