मुकेश अम्बानी की एक ओर कामयाबी ,रिलायंस और ब्रिटिश पेट्रोलियम उतरेंगे खुदरा तेल व्यापार में
BP ने $1 अरब के निवेश से RIL फ्यूल रिटेल JV में 49% हिस्सा लिया

मुंबई. ब्रिटिश पेट्रोलियम (BP) और रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) ने आज न्यू इंडियन फ्यूल एंड मोबिलिटी वेंचर का ऐलान कर दिया है. दोनों कंपनियों की इस ज्वाइंट वेंचर का नाम ‘रिलायंस बीपी मोबिलिटी लिमिटेड’ (RBML) होगा. पिछले साल ही शुरुआती समझौते के बाद अब इस पार्टनरशिप का ऐलान कर दिया गया है. इसके तहत बीपी ने ज्वाइंट वेंचर में 49 फीसदी हिस्सेदारी के लिए 1 अरब डॉलर का भुगतान किया है. इस पार्टनरशिप में RIL की हिस्सेदारी 51 फीसदी की होगी.
‘जियो-बीपी’ ब्रांड (Jio-bp) के तहत ऑपरेट की जाने वाली यह ज्वाइंट वेंचर भारत में ईंधन और मोबिलिटी मार्केट (Fuel and Mobility Market) में प्रमुख कंपनी बनने का लक्ष्य रखती हैं. साथ ही, इस ज्वाइंट वेंचर की पहुंच देश के 21 राज्यों में होगी और जियो प्लेटफॉर्म्स (Jio Platforms) के जरिए भी लाखों ग्राहक इससे जुड़ सकेंगे. इस वेंचर में बीपी अपने वैश्विक उच्च स्टैंडर्ड के ईंधन, ल्युब्रिकेंट, रिटेल और एडवांस लो कार्बन सॉल्युशन को लेकर अपनी वैश्विक अनुभव साझा करेगी.
इस ज्वाइंट वेंचर के साथ ही दोनों कंपनियां भारत में तेजी तेजी से बढ़ रहे एनर्जी और मोबिलिटी की मांग को पूरा करना चाहती हैं. दरअसल, एक अनुमान है कि अगले 20 साल में भारत का ईंधन बाजार पूरी दुनिया की तुलना में सबसे तेजी से आगे बढ़ेगा. इस दौरान देश में पैसेंजर कारों की संख्या करीब 6 गुना बढ़ेगी.
RBML ने अगले पांच साल में मौजूदा 1,400 रिटेल साइट्स को बढ़ाकर 5,500 करने का लक्ष्य रखा है. इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए सर्विस स्टेशनों पर कर्मचारियों की संख्या में भी चार गुना बढ़ोतरी होगी. इन 5 सालों में मौजूदा 20 हजार कर्मचारियों की संख्या बढ़कर 80 हजार हो जाएगी. इस ज्वाइंट वेंचर का लक्ष्य देश के 30 से 45 एयरपोर्ट्स पर भी अपनी पहुंच बनाने का है.
इस पार्टनरशिप को लेकर रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) ने कहा, ‘रिलायंस अपने मजबूत और वैल्यू पार्टनर बीपी की मदद से विस्तार कर रहा है. हम रिटेल और एविएशन ईंधन के मामले में पैन-इंडिया स्तर पर अपनी पहुंच बनाना चाहते हैं. RBML, मोबिलिटी और लो कार्बन सॉल्युशन के मामले में लीडर होगा और भारतीय ग्राहकों को बेहद स्वच्छ व किफायती ईंधन मुहैया कराएगा. इसके लिए हम डिजिटल और टेक्नोलॉजी की भी मदद लेंगे.’