आजाद भारत के इतिहास में पहली बार 100 से अधिक महिला सांसद संसद में
संसद का आगामी मानसून सत्र इस बार कई मायनों में विशेष हाेगा। आजाद भारत के इतिहास में पहली बार 100 से अधिक महिला सांसद सत्र में शामिल हाेंगी।

संसद का आगामी मानसून सत्र इस बार कई मायनों में विशेष हाेगा। आजाद भारत के इतिहास में पहली बार 100 से अधिक महिला सांसद सत्र में शामिल हाेंगी।
उल्लेखनीय है कि 17वीं लोकसभा के लिए देश ने सबसे अधिक 78 महिला सदस्य चुनकर भेजी थीं । हाल ही में राज्यसभा में 61 नए सांसद चुने गए हैं। इनमें 4 महिला सांसद भी हैं। नई महिला सांसदाें के साथ ही संसद में कुल महिला सदस्यों की संख्या 103 हाे गई है। जिसमें लोकसभा में 78 और राज्यसभा में 25 महिला सांसद हैं।
राजस्थान से महिला सांसद जसकौर मीणा मानती है कि संसद में उनकी भागीदारी संसद में बढ़ती हुई उनकी भागीदारी का आजाद भारत में महिला सशक्तिकरण का एक बेजोड़ नमूना है । उन्होंने माना कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में महिलाओं की समाज में भागीदारी तेजी से बढ़ रही है।
महिला सांसदों को सदन में प्रतिशत के रूप में देखें तो लोकसभा में 14.36% और राज्यसभा में 10% से अधिक महिला सदस्य हाे गई हैं।लोकसभा में 1951 से 2019 तक लगातार महिलाओं की हिस्सेदारी बढ़ी है।
राज्यसभा और लोकसभा सचिवालय ऐसे कार्यक्रम की रूपरेखा बना रहे हैं, ताकि सभी 103 महिला सांसद इस ऐतिहासिक पल को महसूस कर सकें।