कोटा में स्वास्थ्य सेवा की बड़ी चूक, मृतक महिला के दाह संस्कार के बाद “पॉजिटिव रिपोर्ट को बताया नेगेटिव”
चिकित्सा विभाग की इस करतूत का खामियाजा कोविड मरीज के परिजन भुगत रहे हैं.

कोटा में स्वास्थ्य सेवा की बड़ी चूक
खास बातें
- कोविड पॉजिटिव महिला को बताया गया नेगेटिव,
- चिकित्सा विभाग की इस करतूत का खामियाजा कोविड मरीज के परिजन भुगत रहे हैं.
राजस्थान के कोटा में इन दिनों कोरोना वायरस (Coronavirus) ने कोहराम मचा रखा है. कोहराम के बीच, अब पॉजिटिव केस के आंकड़े भी दबाने की कोशिश होने लगी है.
कोटा में एक पॉजिटिव को नेगेटिव बताया गया है. अब ये मेडिकल कॉलेज व सीएमएचओ कार्यालय के बीच आपसी तालमेल की कमी है या कोविड जांच रिपोर्टिंग में बड़ी चूक. ये जांच का विषय है, लेकिन चिकित्सा विभाग की इस करतूत का खामियाजा कोविड मरीज के परिजन भुगत रहे हैं.
दरअसल, चम्बल कॉलोनी निवासी (राधा सेन)(42) को 6 अगस्त को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. “रात को 11 बजकर 48 मिनट” पर उसका कोविड सैंपल लिया गया. “उसकी 7 अगस्त को दोपहर” में उपचार के दौरान मौत हो गई. उनकी “8 अगस्त” को पॉजिटिव रिपोर्ट आई.
मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर परिजनों की मौजूदगी में, महिला का अंतिम संस्कार करवा दिया. दाह संस्कार के एक दिन बाद सीएमएचओ कार्यालय ने परिजन को, मृतक महिला की नेगेटिव रिपोर्ट की सूचना का मैसेज जारी कर दिया.
क्या आंकड़े दबाने को कोशिश हुई
सीएमएचओ कार्यालय से भेजे गए नेगेटिव के मेसेज में सैंपल लेने का “समय 6 अगस्त रात 11 बजकर 48 मिनट” लिखा है. जबकि मेडिकल कॉलेज से जारी पॉजिटिव रिपोर्ट में सैंपल लेने की “तारीख 7 अगस्त को शाम 5 बजकर 30 मिनट” लिखी गई है. यानि मौत के बाद महिला का सैंपल लिया गया है.
वहीं, सीएमएचओ डॉ. बीएस तंवर ने बताया कि, चम्बल कॉलोनी निवासी महिला की दो दिन बाद भी रिपोर्ट नहीं आई. ऐसे में हमने उन्हें नेगेटिव मानकर मैसेज जारी किया.
मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. विजय सरदाना ने बताया कि, गलती सीएमएचओ कार्यालय की है. पहली बात तो यह है कि, हम हर रिपोर्ट की सूचना सीएमएचओ को देते है. दूसरी बात यदि रिपोर्ट नहीं पहुंची तो उन्हें, नेगेटिव का मैसेज जारी नहीं करना चाहिए था.