गरीबो के लिए सीएम अशोक गहलोत ने लांच की इंदिरा रसोई योजना,
गरीबो के सस्ते भोजन के लिए इंदिरा रसोई योजना शुरू।

गरीबो के सस्ते भोजन के लिए इंदिरा रसोई योजना लाएंगे- अशोक गहलोत
-
सीएम अशोक गहलोत ने लांच की इंदिरा रसोई योजना
-
योजना पर हर साल 100 करोड़ रुपये खर्च होंगे-गहलोत
-
कोई गरीब परिवार भूखा न सोये-गहलोत
-
इंदिरा रसोई योजना में एनजीओ को पैसा दिया जाएगा
प्रदेश के शहरी क्षेत्रों मे जरूरतमन्द लोगो के लिए इंदिरा रसोई योजना शुरू होगी। इसमे दो वक्त का शुद्ध व पोष्टिक भोजन रियायती दर पर दिया जाएगा। जिसमे गरीब परिवारों को आसानी से भोजन की उपलब्धता हो जाएगी । सोमवार को सीएम निवास पर वीसी से राज्य स्तरीय कोविड-19 जागरूकता अभियान की वर्चुअल लॉन्चिंग को संबोधित करते हुए सीएम अशोक गहलोत ने यह एलान किया। इस योजना पर हर साल 100 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
सीएम अशोक गहलोत ने यह भी बताया की यह योजना गरीबो के लिए बहुत कारगर साबित होगी। और इस योजना से हर गरीब वायक्ति लाभान्वित होगा। एवं इस कोरोना नामक वैश्विक महामारी मे यह योजना उन गरीबो के लिए जीवनदान साबित होगी जिन गरीब परिवारों को एक समय ही भोजन मिल रहा है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान में अब कोई भूखा नहीं सोएगा. इसके लिए हम 100 करोड़ रुपये की लागत से इंदिरा रसोई योजना लेकर आ रहे हैं. इस योजना में स्थानीय स्वयं सहायता समूह की भागीदारी से हर गरीब को खाना खिलाया जाएगा.
योजना की लोकप्रियता को देखते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसे बंद करने का ऐलान तो नहीं किया है, मगर कहा जा रहा है कि इस योजना के लिए लगातार बजट में कटौती की जा रही है और अब इसके नाम पर इंदिरा गांधी के नाम पर इंदिरा रसोई योजना शुरू करने का ऐलान किया है.
माना जा रहा है कि अन्नपूर्णा रसोई योजना में कटौती करने की वजह से ही कोरोना के समय में गरीब लोगों को खाने के लिए भटकना पड़ा था, जिसकी वजह से सरकार की किरकिरी हुई थी. इसे देखते हुए अब सरकार इसी तरह की अपनी योजना लेकर आ रही है. वसुंधरा राजे की अन्नपूर्णा रसोई योजना में रेडी टू ईट फूड घूमने वाले गाड़ियों के जरिए दिया जाता था, मगर इंदिरा आवास योजना में एनजीओ को पैसा दिया जाएगा और वह गरीबों को खाना खिलाएंगे.