क्या आप तो नहीं कर रहे है संक्रमित दूध का सेवन, हो सकती है ये गंभीर बीमारी
संक्रमित कच्चे दूध के सेवन से ब्रुसेलोसिस नाम की बीमारी हो सकती है

कच्चे दूध के नुकसान
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संक्रमित दूध का सेवन से हो सकती है ये गंभीर बीमारी
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कच्चे दूध के सेवन से ब्रुसेलोसिस नाम की बीमारी हो सकती है
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कच्चे दूध के सेवन से क्या-क्या होता है।
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कच्चे दूध के सेवन से हो सकता है आपकी सेहत को खतरा
हम सब जाते हैं कि कच्चा दूध कितना फायदेमंद होता है, चाहे वो गाय का हो या भैंस का। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कभी-कभी यही कच्चा दूध नुकसानदायक भी साबित हो जाता है।

जी हां, यह बात थोड़ी अटपटी जरूर है, लेकिन 100 फीसदी सच है। अगर मवेशी के थन से कच्चा दूध निकालते समय साफ-सफाई का ध्यान न रखा जाए तो यह घातक सिद्ध हो सकता है।
ऐसा गंभीर बीमारियों की वजह बन सकता है। आइए जानते हैं कि आखिर कच्चे दूध के क्या फायदे होते हैं और अगर दूध निकालते समय स्वच्छता का ख्याल न किया जाए तो यह किस प्रकार की बीमारियों को निमंत्रण दे सकता है।

वैसे तो गाय हो या भैंस, उनका दूध प्राकृतिक तौर पर शुद्ध होता है और फायदेमंद भी। यह हमारे शरीर के लिए सिर्फ तभी नुकसानदायक बन सकता है जब किसी कारण से दूध का संपर्क मवेशी के मल से हो जाता है या फिर थन से दूध निकालते समय किसी तरह की लापरवाही की गई हो, जिससे उसमें कुछ नुकसानदायक तत्व मिल गए हों। या फिर वो मवेशी संक्रमित हो।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो ऐसे संक्रमित कच्चे दूध को पीने से पेट के निचले हिस्से में तेज दर्द, दस्त और उल्टियां होने की संभावना बढ़ जाती है। अगर ये परेशानी गंभीर रूप ले ले तो इंसान को अस्पताल में भी भर्ती होना पड़ सकता है।
अगर कोई इंसान काफी समय तक संक्रमित कच्चे दूध का सेवन करता रहे तो उसे पैरालाइसिस यानी लकवा जैसी गंभीर बीमारी का भी सामना करना पड़ सकता है। हालांकि ऐसे मामले बहुत कम ही देखने को मिलते हैं, लेकिन सावधानी बरतनी बहुत जरूरी है।
संक्रमित कच्चे दूध के सेवन से ब्रुसेलोसिस नाम की बीमारी हो सकती है। यह बीमारी संक्रमित मवेशी के दूध पीने या फिर मीट खाने से इंसानों में फैलती है। कच्चे दूध के सेवन से ब्रुसेलोसिस नाम की बीमारी हो सकती है
इससे ग्रस्त इंसान को बुखार के साथ-साथ काफी ठंड लगती है। साथ ही बहुत अधिक कमजोरी और थकान भी महसूस होती है। इसके अलावा चक्कर आना, बेहोश हो जाना, पीठ में तेज दर्द, जोड़ों में दर्द, सिर दर्द, भूख नहीं लगना और वजन में लगातार गिरावट भी इस बीमारी के लक्षणों में शामिल हैं।
इन सभी बीमारियों से बचने का सबसे आसान उपाय ये है कि आप कच्चे दूध को अच्छे से उबालकर पीएं। इससे उसमें मौजूद बैक्टीरिया या किटाणु मर जाते हैं।
हालांकि स्वास्थ्य विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि कच्चा दूध उबले हुए दूध से ज्यादा फायदेमंद होता है, अगर उसे शुद्धता के साथ निकाला गया हो।