8 गुना बड़ा :-कोरोना काल में आयुर्वेदिक दवाओ का कारोबार जाने पूरी खबर
8 times bigger: -All the news about Ayurvedic medicines business in Corona

कोरोना काल में आयुर्वेदिक दवाओं के कारोबार को संजीवनी मिली
इसकी बानगी है कि सीकर जिले में कोरोना से पहले आयुर्वेदिक दवाओं का कारोबार 20 लाख तक सिमटा हुआ था
जो 9 माह में बढ़कर 1 पॉइंट 50 करोड़ का आंकड़ा पार कर गया है हाल यह की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली कई दवाइयों की मांग के अनुरूप आपूर्ति नहीं हो रही है।
कोरोना काल में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आयुष मंत्रालय की ओर से कई बार जारी हुए एडवाइजरी से जड़ी बूटियों की मांग बढ़ गई आम तौर पर च्यवनप्राश, शहद, गिलोय, अश्वगंधा, तुलसी, की बिक्री गर्मी के मौसम में कम रहती है।
लेकिन इस बार बिक्री 110 प्रतिशत बड़ी कारोबारी सुनील गुप्ता ने बताया कि कोर्ट में आयुर्वेदिक दवाओं का कारोबार 2000000 रुपए प्रति था जो अब डेढ़ से 2 करोड रुपए हैं
गिलोय तुलसी की ज्यादा डिमांड :-
जयपुर में जड़ी बूटियों के थोक कारोबारी आशीष गुप्ता ने बताया कि तुलसी ₹115 किलो हो गई जबकि फरवरी-मार्च केवी सीजन में ₹70 किलो रहती थी गिलोय की मांग इतनी है कि भाव 35 से उछलकर ₹70 किलो हो गए