अगस्त या सितंबर तक कोरोना से मुक्त हो सकता है भारत :रिपोर्ट
हारेगा कोरोना,जीतेगा भारत

अगस्त या सितंबर तक कोरोना से मुक्त हो सकता है भारत :रिपोर्ट
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यूनियन हेल्थ मिनिस्ट्री का अनुमान
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अगस्त या सितंबर तक कोरोना मुक्त भारत
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कोरोना से जल्द जंग जीतेगा भारत
दुनिया के कई हिस्सों को चपेट में लेने के बाद जबसे कोरोना वायरस (Corona Virus) का कहर भारत (India) में टूटा है, तबसे सभी के मन में सवाल यही है कि यह सब खत्म कब होगा. अच्छी खबर यह है कि इस सवाल का जवाब एक रिसर्च (Research) के हवाले से मिला है कि 2 अगस्त तक भारत कोविड 19 (Covid 19) से 100% मुक्त हो जाएगा. लेकिन, इस दावे पर कितना भरोसा किया जा सकता है, यह जानना ज़रूरी है.
सिंगापुर (Singapore) की एक यूनिवर्सिटी में हुई रिसर्च के हवाले से मीडिया में खबरें आईं कि भारत और दुनिया से महामारी किस तारीख को खत्म (Virus Free) होगी. नवभारत टाइम्स ने 31 जुलाई, वेदर चैनल ने 4 जून, इंडिया टीवी ने 25 जुलाई और तिब्बतन रिव्यू ने 21 मई की तारीख तक भारत से कोविड 19 के खत्म होने की भविष्यवाणी (Covid 19 Predictions) संबंधी खबरें छापीं. ये तारीखें अलग क्यों रहीं जबकि हर खबर का स्रोत एक ही रिसर्च है? इस आंकलन को समझे जाने की ज़रूरत है.
किस तारीख को खत्म होगा वायरस?
भारत में कोरोना वायरस से मुक्त होने की तीन तारीखें रिसर्च में बताई गई हैं. सिंगापुर यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी एंड डिज़ाइन (SUTD) की डेटा ड्रिवन इनोवेशन लैब (DDI) ने यह रिसर्च जारी करते हुए भविष्यवाणी की है. इस अनुमानित भविष्यवाणी के मुताबिक भारत से वायरस 24 मई को 97%, 4 जून तक 99% और 2 अगस्त के आसपास 100% खत्म हो सकता है.
भारत में लॉकडाउन में छूट मिलने के बाद कोरोना वायरस का ग्राफ काफी तेजी से ऊपर गया है. हालांकि सितंबर के मध्य तक इसकी रफ्तार में कमी देखी जा सकती है. यूनियन हेल्थ मिनिस्ट्री के अधिकारियों ने एक मैथेमेटिकल विश्लेषण की तर्ज पर ऐसा अनुमान लगाया है.
यह स्टडी एक ऐसे वक्त में सामने आई है जब कोरोना संक्रमितों की संख्या बीमारी से रिकवर होने वाले मरीजों के लगभग बराबर है. रिपोर्ट के मुताबिक, यह महामारी 100 फीसदी समाप्त होने की दहलीज तक पहुंचेगी.
स्टडी में कहा गया है कि वायरस के संचरण (ट्रांसमिशन) में थोड़ा बहुत फर्क जरूर पड़ा है. इस निष्कर्ष तक पहुंचने के लिए शोधकर्ताओं ने बैली रिलेटिव रिमूवल रेट (बीएमआरआरआर) यानी बैली मॉडल का उपयोग किया. इस दौरान भारत में 1 मई से 19 मई तक सामने आए मामलों की जांच की गई.
क्या है इन तारीखों का आधार?
डीडीआई के पोर्टल पर गणितीय आधार पर निकाली गई इन तारीखों के बारे में पूरा ब्योरा मौजूद है. साफ कहा गया है कि ये गणनाएं केवल रिसर्च एवं शैक्षणिक उद्देश्य के लिए हैं. इन अनुमानों को तैयार करने के लिए गणित के लॉजिस्टिक मॉडल के साथ ही एसआईआर पद्धति यानी संवेदनशील, संक्रमित और ठीक हुए लोगों के आंकड़ों की गणना के आधार पर भविष्यवाणी की गई है.
कितनी भरोसेमंद है भविष्यवाणी?
भविष्याणी के अनुमानों के बारे में डिस्क्लेमर देते हुए कहा गया है कि रिसर्च उद्देश्य के लिए प्रस्तुत इस डेटा में गलतियां हो सकती हैं. विभिन्न देशों में उलझी हुई, लगातार बदलती हुई और विषम स्थितियों के कारण इस रिसर्च का मॉडल और डेटा गलत हो सकता है. पाठकों को अनुमानों को सतर्कता से समझना चाहिए. इसके साथ ही, आंकड़ों के आधार पर इन अनुमानों को लगातार अपडेट किया जा रहा है. इस लेख में देश के वायरस मुक्त होने संबंधी तारीखें बताई गई हैं।